The Rest Frame
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Jabr ka Gawah

किसी की बेख़बरी को नादानी समझा जाता है तो कोई लापरवाह हो जाता है अगर आप करें ग़लती तो माफ हो जाती है अगर हम करें तो गुनाह हो जाता है। आधी रात को आते हैं फतवे आपके  जो रात कर देते हैं हराम बची हु...