Guptdan
मैं फिर भी कोशिश करूँगा जीने की,
अगर तुम मुझसे हमेशा दूर हो जाओ।
मैं तुम्हारे लिए ‘लौंग लाची’ बन जाऊँगा,
तुम जो गाने वाली मन्नत नूर हो जाओ।
‘श्याम’ का नाम तो डूबता ही आया है,
मेरा इस्तेमाल कर तुम मशहूर हो जाओ।
मैं तो सिर्फ तुम्हें याद करके ही खुश हूँ,
तुम किसी का सहारा जरूर हो जाओ।
~Shyam Sunder
This post is licensed under CC BY 4.0 by the author.